अपनी पहचान अपनी संस्कृति

Uttarakhand Blog
1 Min Read

पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के संरक्षक होने के नाते सबसे पहले न्याय देवता गोलज्यू को साक्षी रख कर पूरे पर्वतीय समाज से निवेदन करना चाहता हूं कि हमारी संस्कृति सैंकड़ों साल पुरानी है, सब लोग अपनी संस्कृति पहचान बोली भाषा खानपान पहनावा पहाड़ी परंपरागत ढोल नगाड़े गीत संगीत आपसी तालमेल भाई चारे के साथ अपनी जड़ों को मजबूत करने में सहयोग दें,

अपनी पहचान संस्कृति अपना अस्तित्व पूर्वजों की धरोहर को बचाने के लिए युवा पीढ़ी आगे आए, जय पहाड़ जय कुमायूं,जय गोलज्यू देवता|

हुकंम सिंह कुंवर

संरक्षक – पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच

 

TAGGED:
Share this Article
Leave a comment