पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के संरक्षक होने के नाते सबसे पहले न्याय देवता गोलज्यू को साक्षी रख कर पूरे पर्वतीय समाज से निवेदन करना चाहता हूं कि हमारी संस्कृति सैंकड़ों साल पुरानी है, सब लोग अपनी संस्कृति पहचान बोली भाषा खानपान पहनावा पहाड़ी परंपरागत ढोल नगाड़े गीत संगीत आपसी तालमेल भाई चारे के साथ अपनी जड़ों को मजबूत करने में सहयोग दें,
अपनी पहचान संस्कृति अपना अस्तित्व पूर्वजों की धरोहर को बचाने के लिए युवा पीढ़ी आगे आए, जय पहाड़ जय कुमायूं,जय गोलज्यू देवता|
हुकंम सिंह कुंवर
संरक्षक – पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच