हल्द्वानी में जब भी घरों से निकलते हैं सामना होता है आवारा पशुओं से, गलती इन बेजुबान पशुओं की नहीं है, गलती है तो हमारे सिस्टम की है, गलती है तो उन पशुपालकों की है जो इन्हें इस तरह रोड पर छोड़ देते हैं, क्योंकि इन पशुओं में कई पशु दुधारू भी हैं, जिनका दूध निकालने के बाद इन्हें रोड में छोड़ दिया जाता है, लेकिन जब तक परिवार का कोई भी सदस्य सुरक्षित अपने घर के अंदर न पहुंचें तो एक भय रहता है कि कोई अनहोनी न हो जाय, रोज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बात उठाई जा रही है, लेकिन प्रशासन मौन है, शायद किसी दुर्घटना का इन्तजार है, क्योंकि कुछ खोखले दावे, और राजनीति भी करनी होती है, उसके लिए भी तो कोई बिषय चाहिए, जिससे जनता की आंखों में पर्दा डाला जा सके।